नटवरलाल और जनसंपर्क – पार्ट 1 : जनसम्पर्क ने किया आइसना के विज्ञापन 2 लाख का भुगतान चिटरबाज अवधेश भार्गव के हवाले


पत्रकार संगठन “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) के विज्ञापन का 2 लाख भुगतान फर्जी चिटरबाज अवधेश भार्गव को शाजिस करके जनसम्पर्क ने दिया, संगठन के साथ की धोखाधड़ी 



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भोपाल, पत्रकार संगठन “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) 37 वर्षो से पत्रकारों की सेवा कर रहा है. व्ही मध्य प्रदेश में सभी जिलों में इसकी ईकाई काम कर रही है, संगठन ने फर्जीबाड़ा करने, अय्याशी में पकड़े जाने, चिटरबाजी के चलते अति होने पर अक्टुबर 2017 मेँ ही अवधेश भार्गव को संगठन से बेदखल कर दिया था. और जिसकी जनसंपर्क विभाग को तुरंत सूचना दे दी थी।

 

जनसंपर्क विभाग में उक्त समय संगठन का विज्ञापन का भुगतान शेष था जो संगठन से अवधेश भार्गव को बेदखल करने के बाद अवधेश भार्गव इस संगठन के पैसे को हड़पने की शाजिस में लग गया, जिसके लिए इस षड्यंत्रकारी ने एक फर्जी ”आइसना” समिति पजीयन कार्यलय भोपाल में 3000 रूपये लगाकर समिति बना ली और अपने आपको ”आइसना” का मालिक बताने लगा, कई जगह वह इस फर्जीबाड़े में सफल भी हो गया एक कहानी जनसंपर्क विभाग यह भी है.

 


 

जनसंपर्क विभाग को अपने बाप की बपौती समझ रहा जनसंपर्क उप संचालक क्रांति दीप आलुने ने “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) का 2 लाख का भुगतान चिटरबाज फर्जी अध्यक्ष अवधेश भार्गव को देने के लिए पूरी फाइल को 2 साल तक उलझा के रख दिया था । जनसंपर्क उप संचालक क्रांति दीप आलुने अपने पद में रहते हुए ऐसा पत्र दिया जो संगठन को नहीं इनके आदेश पर व्यक्तिगत नजर आ रहा था जिसमे स्पस्ट टिप्पणी दी गई की, ”जब संगठन को विज्ञापन दिया गया अवधेश भार्गव अध्यक्ष थे इसलिए इनको कियो नहीं दिया जाये” इस पत्र पर संगठन विरोध दर्ज कराया और इस भाषा पर लिखित में घोर आपत्ति दर्ज करवाई और अगर इस मंशा के साथ कोई भुगतान संगठन का उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसको संगठन ने ऐशे ही फर्जी कार्य करने की वजह से हटाया है यह हुआ तो 420 का अपराध होगा संगठन के साथ धोड़ाधड़ी होगी.

 










जनसम्पर्क विभाग का पत्र : फर्जी भुगतान देने का षड्यंत्रकारी तरीका

 


 

आखिरकार जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरी को गुमराह करते हुए आलूने ने “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) संगठन के साथ धोखाधड़ी करते हुये शासकीय पैसे के साथ धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से अवधेश भार्गव के साथ मिलीभगत शाजिस कर शाजिशकर्ता अवधेश भार्गव के कहने पर “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) फर्जी अकाउंट कंप्यूटर सेक्शन में चटर्जी से मिलकर चढ़वा दिया जिसकी जानकारी ओरिजनल “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) के पदाधिकारियों को कानोकान नहीं होने दी, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद मिश्रा की आपत्तियों के बाद भी जनसम्पर्क के इन अधिकारियों ने चिटरबाज अवधेश भार्गव के साथ मिलकर ”भोपाल कॉपरेटिव बैंक” जो चिटरबाज अवधेश भार्गव द्वारा फर्जी खोला गया था, को कंप्यूटर में चढ़वाकर फर्जी संस्था को ₹200000 का भुगतान करवा दिया है।

 










जनसम्पर्क विभाग की नोटशीट की प्रमाणित प्रति

 


 

जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरी की भी रूचि चिटरबाज अवधेश भार्गव के लिए ज्यादा रही उनका प्रयास भी फर्जी भुगतान करवाने में रही, जनसंपर्क के अधिकारी खुलकर तो नहीं पर अपनी मज़बूरी बताते हुए जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरी के मुखाग्र आदेश के पालन में ये फर्जी भुगतान किये जाने की बात कह रहे है. संगठन 2 वर्षों से लगातार सस्थान के भुगतान के लिए प्रताड़ित हुआ और बाद में. वही हुआ फर्जीबाड़ा इसका डर था।

 


 

इस फर्जी भुगतान को गंभीरता से लेते हुए  “ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन” ( आइसना ) संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवशंकर त्रिपाठी ने जनसंपर्क विभाग पर गंभीर प्रश्न खड़ा किया है की सही संगठन की आपत्तियों के बाद भी सही संगठन को प्रताड़ित करना उचित नहीं है और इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा और जनसंपर्क विभाग को सलाह दी है की वह फर्जी लोग से हट कर सही निर्णय ले।

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