जबलपुर, 10 अक्टूबर, 2019
कलेक्टर श्री भरत यादव ने आज पाटन क्षेत्र के पाटन एवं सरोंद पंजीयन केन्द्रों का
निरीक्षण कर धान उपार्जन के लिए किसानों के पंजीयन की चल रही प्रक्रिया का जायजा लिया ।
इस दौरान उन्होंने पंजीयन के लिए आये किसानों से भी चर्चा की । श्री यादव ने अधिकारियों
को सभी किसानों का 16 अक्टूबर तक पंजीयन कराने के निर्देश दिये हैं वहीं किसानों से भी
आग्रह किया है कि वे इस तय समय-सीमा के भीतर अपना पंजीयन अनिवार्य रूप से करा लें ।
कलेक्टर ने केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान कहा कि किसानों को गिरदावरी एप और वास्तव
में बोये गये रकबे के अंतर के कारण पंजीयन कराने में आ रही कठिनाइयों के निराकरण के
लिए पंजीयन केन्द्रों पर राजस्व निरीक्षकों एवं पटवारियों को तैनात किया जायेगा । ताकि
गिरदावरी एप में दर्शाये गये रकबे में आवश्यकतानुसार संशोधन किया जा सके ।
श्री यादव ने इस मौके पर पंजीयन कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये
। उन्होंने इसके लिए जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त कम्प्यूटर की व्यवस्था करने एवं
अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने की बात कही । कलेक्टर ने धान उपार्जन के लिए
निर्धारित की गई सिंचित और असिंचित धान की प्रति एकड़ उत्पादकता को पंजीयन केन्द्रों पर
प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिये हैं । श्री यादव ने किसानों से भी कहा कि प्रति एकड़ धान की
उत्पादकता को लेकर उनकी शंका को पूरी तरह दूर कर दिया गया है । असिंचित और सिंचित
धान की उत्पादकता में ज्यादा अंतर नहीं रखा गया है तथा पिछले वर्ष के मुकाबले उत्पादकता
में वृद्धि भी की गई है । उन्होंने कहा कि इस बार धान के लिए पंजीयन की अवधि बढ़ने की
संभावना नहीं है । इसके मद्देनजर किसानों को अपना पंजीयन कराने में ज्यादा विलंब नहीं
करना चाहिए ।
कलेक्टर ने कहा कि नये किसानों के साथ-साथ पूर्व वर्ष में पंजीयन करा चुके किसानों
को भी पंजीयन केन्द्र जाकर अपने बैक खाते में हुए परिवर्तन तथा नाम आदि में हुए संशोधन
की सूचना देनी होगी और अपना डेटा को अपडेट कराने के साथ-साथ खरीदी केन्द्र पर धान
विक्रय की तीन संभावित तिथियां भी बतानी होगी ।
कलेक्टर के साथ पंजीयन केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान एसडीएम पाटन जे.पी. यादव भी
मौजूद थे ।