अध्यापन कार्य में भी उपयोगी सिद्ध हो रही है जनमन पत्रिका : डॉ.अंजनी तिवारी |
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छात्रों के साथ प्राध्यापक भी कर रहे जनमन पत्रिका का पठन
रायगढ़, शासन द्वारा प्रतिमाह प्रकाशित जनमन पत्रिका प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों के बीच बड़े पैमाने पर प्रसिद्ध हो रही है। विद्यार्थियों के साथ कॉलेज के प्राध्यापक भी जनमन के नियमित पाठक बन रहे हैं।
शा.किरोड़ीमल कला एवं विज्ञान स्वशासी महाविद्यालय, रायगढ़ के प्राचार्य डॉ.अंजनी तिवारी बताते है कि पूरे माह भर में संपादित होने वाली शासन की गतिविधियों का सटीक व सुरूचिपूर्ण संकलन जनमन पत्रिका में प्राप्त होता है। शासकीय योजनाओं की आधिकारिक जानकारी से परिपूर्ण होने से अध्यापन में काफी सहायता मिलती है। महाविद्यालय के विभिन्न विषयों तथा पाठ्यक्रमों से जुड़ी नवीन जानकारी मिलने से पढ़ाये जाने वाली विषय वस्तु समृद्ध होती है।
ग्रामीण विकास के लिए क्रियान्वित नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के अध्यापन से छात्रों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी जटिल अवधारणाओं को समझाने में विशेष सहायता मिलती है। जनजाति समुदाय के सांस्कृतिक संरक्षण के लिए क्रियान्वित नीतियां या उनके त्यौहार व आयोजनों से जुड़े लेख समाज शास्त्र विषय के अध्यापन में स्थानीयता का समावेश करते है। इसी प्रकार प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित होने वाले महोत्सव व मेले से संबंधित जानकारी कला तथा इतिहास संकाय के छात्रों के लिए अत्यंत लाभदायक है। उन्होंने आगे बताया कि महाविद्यालय में छात्रों के साथ प्राध्यापक भी जनमन का नियमित पठन करते है।
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पं.किशोरी मोहन त्रिपाठी महिला महाविद्यालय के प्राचार्य श्री अतुल कुमार श्रीवास्तव कहते है कि जनमन पत्रिका शासन द्वारा जनता से संवाद की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रही है। शासन की अद्यतन जानकारियों का समावेश जनमन पत्रिका को विशिष्ट बनाता है। जनमन की विषय वस्तु की विविधता व प्रस्तुतीकरण बहुत ही रोचक होती है, जिससे यह अध्ययन करने वाले छात्र व अध्यापन कराने वाले प्राध्यापकों के बीच समान रूप से पढ़ी जा रही है और नि:संदेह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के साथ प्रदेशव्यापी समसामयिकी को अद्यतन करने का विश्वनीय स्त्रोत है।