बाल सदन में विवाह बंधन में बंधी पांच बेटियां. कलेक्टर श्री यशवंत कुमार पहुंचे नवदम्पत्ति को आशीर्वाद देने |
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जिला ब्यूरो चीफ सिंगरौली // नीरज गुप्ता 7771822877
शहर के गणमान्य लोग भी बड़ी संख्या में रहे मौजूद
रायगढ़, चक्रधर बाल सदन में पांच बेटियां वैवाहिक बंधन में बंधी। कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने बाल सदन पहुंचकर नव दम्पत्ति को आर्शीवाद दिया और कहा कि एैसा आयोजन युवा पीढ़ी तथा समाज के सामने मिसाल पेश करते है।
बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं जिला होने के नाते इन बच्चियों के ऐसे शिक्षित व सम्पन्न परिवारों में विवाह होता देख दुगुनी खुशी हो रही है। महिला बाल विकास विभाग ने आयोजक की भूमिका निभाई। शहर के विभिन्न समाजसेवी लोगों व संस्थाओं द्वारा विवाह के लिये सहयोग प्रदान किया गया।
चक्रधर बाल सदन की बेटी सोनिया का विवाह कामठी नागपुर निवासी सौरभ वर्मा, विमला का विवाह रायगढ़ निवासी अमन गोयल, सुनीता का विवाह जबलपुर के प्रिंस जैन, महिमा का विवाह भांटापारा निवासी विनय अग्रवाल तथा संतोषी का विवाह अशोक नगर मध्यप्रदेश निवासी दीपक लोधी के साथ बाल सदन स्थित दुर्गा मंदिर में पूरे रीति रिवाज के साथ संपन्न हुआ। शहर के गणमान्य दंपत्तियों ने बच्चियों के पालक की भूमिका निभाते हुये उनका कन्यादान किया।
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इस अवसर पर नव विवाहिताओं को उपहार स्वरूप
कीचन व बरतन सेट, मिक्सी, इंडेकशन चूल्हा, अलमारी ,प्लास्टिक चेयरसेट ,ड्रेसिंग टेबल व अन्य घरेलू उपयोग की सामाग्री लगभग एक लाख रूपये के बराबर की राशि की दी गई। साथ ही लोगों द्वारा भेंट की गई लगभग तीन लाख पचास हजार रूपये की राशि को वितरित करते हुए प्रत्येक बेटी को लगभग 70 हजार रूपये स्त्रीधन के रूप में दिया गया।
आज बाल सदन से लेकर जा रही हूं तीसरी बहू- चक्रधर बाल सदन में बच्चियों का पालन पोषण बहुत अच्छे तरीके से हुआ है। यहां की पली बच्चियां बहुत ही सुशील और संस्कारी होती है और मैं ऐसा इसलिए कह पा रही हूं क्योंकि सुनीता इस बाल सदन से ब्याह कर हमारे परिवार में जाने वाली तीसरी बहु है। उक्त बातें श्वेता जैन ने कही जिनके पुत्र प्रिंस जैन का विवाह सुनीता के साथ संपन्न हुआ।
जीवन संवारने का है प्रयास- कामठी निवासी तथा रेलवे में स्नैक्स सप्लाई का व्यवसाय करने वाले सौरभ शर्मा ने बताया कि मेरी शुरू से सोच यही थी कि मैं ऐसी किसी लड़की से शादी करूं और उसका जीवन संवार सकूं। मेरे इस पहल पर मुझे परिवार का पूरा सहयोग मिला है।
देना चाहता था परिवार का सुख-
पेशे से इलेक्ट्रिशियन दीपक लोधी ने बताया कि वह बिना परिवार की लड़की को एक परिवार का सुख देना चाहते थे। इसलिए बाल सदन की संतोषी के साथ आज परिणय सूत्र में बंधे।
आज के आयोजन के संबंध में महिला बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री टी.के.जाटवर ने बताया कि एक विवाह आयोजन समिति जिसके सदस्य व प्रशासन तथा समाजसेवी व पत्रकार होते है उनके माध्यम से विवाह योग्य युवतियों के लिये विवाह का विज्ञापन प्रकाशित कर बायोडाटा मंगाया गया। प्राप्त बायोडाटा के आधार पर अनुकूल पाये गये वर पक्ष से संपर्क कर आपसी सहमति से विवाह तय किया गया। आयोजन को सफल बनाने में महिला बाल विकास विभाग की टीम सहित, बाल सदन के कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य जन उपस्थित थे।