शहडोल कलेक्टर ललित दाहिमा माफिया के निशाने पर, कांग्रेस नेता ने लिए 50 लाख !
शहडोल कलेक्टर ललित दाहिमा माफिया के निशाने पर, कांग्रेस नेता ने लिए 50 लाख !

TOC NEWS @ www.tocnews.org


खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036



माफिया का साथ दे रहे विधायक ने लिखी ललित दाहिमा को हटाने मुख्यमंत्री को चिट्ठी



शहडोल // राहुल मिश्रा


शहडोल. मप्र के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने माफिया राज खत्म करने का अभियान चलाया । जिसे अंजाम देने के काम पर हर जिले के कलेक्टर और संभागायुक्त जुटे लेकिन दहशत में आए माफिया ने कलेक्टरों को निबटाने के लिए कांग्रेस के ही नेताओं से मिलकर सांठगांठ रचनी शुरू कर दी है। माफिया के इशारे पर कलेक्टर को हटाने से जुड़ा पहला मामला शहडोल जिले से आया है। सूत्रों की माने तो शहडोल में कलेक्टर की सख्ती से भू माफिया पस्त हो गया और उसने कांग्रेस के नेताओं से मिलकर कलेक्टर को जिले से हटाने की एवज में पचास लाख रुपये की रकम देने की डील की है।


इसे भी पढ़ें :- आईफा अवॉर्ड से अपनी ब्रांडिंग करना चाहते हैं कमलनाथ


इतना ही नहीं बतौर पेशगी कांग्रेस के नेता ने 10 लाख रुपये ले रखे हैं। अगर यह खबर सच है तो मप्र सरकार की मंशा पर इसका गहरा असर पड़ेगा। हालांकि विजय मत को यह खबर पता लगी है कि भूमाफिया और रेत माफिया से मिलकर कलेक्टर को कलेक्टरी से हटाने की साजिश रची गई है और इसकी एवज में लाखों रुपये की बोली भी लगाई गई है। कांग्रेस नेताओं और माफ़िया द्वारा रची गई इस साजिश में जिले के एक विधायक का नाम भी सामने आ रहा है। माफिया राज के खिलाफ चलाये जा रहे खत्मा अभियान को लेकर शहडोल कलेक्टर ललित दाहिमा माफिया के निशाने पर आ गए हैं।


इसे भी पढ़ें :- जमीन के लालच में अपने भाई की पत्थर मारकर कुए में फेंककर हत्या कारित करने वाले आरोपी को आजीवन कारावास की सजा


कांग्रेस के नेता माफ़िया को बचाने में खड़े हो गए हैं। सूत्रों की माने तो माफिया के कहने पर ही एक विधायक पिछले कई महीनों से कलेक्टर को हटाने की रट लगाए हुए हैं। उंन्होने बकायदा चिट्ठी लिखकर मुख्यमंत्री से कलेक्टर दाहिमा को हटाने की मांग की है। अफसोस की बात यह है कि मप्र सरकार और मुख्यमंत्री के निर्णय के साथ खड़े होने की बजाय शहडोल जिले के कुछ कांग्रेसी नेताओं का एक गुट माफिया के साथ खड़ा हो गया है। इधर, भाजपा के भी नेता यही चाहते हैं कि कलेक्टर ललित दाहिमा को हटा दिया जाए ताकि गैरकानूनी कार्यों पर लगी रोक हट जाए।


इसे भी पढ़ें :- जनसंपर्क विभाग की गोपनीय विज्ञापन प्रणाली का हुआ खुलासा, बजट नही फिर भी चहेतों को बाँट रहे लाखों के विज्ञापन


कलेक्टर दाहिमा ने शहडोल में जिस आक्रामक शैली में मुख्यमंत्री की मंशा को लागू करने के प्रयासों को तेजी दे रखी है उससे माफिया में भय व्याप्त है। शहडोल में अफवाहों का बाजार सोशल मीडिया में गर्म है कि कलेक्टर दाहिमा का ट्रांसफर होने वाला है। अब देखना होगा मुख्यमंत्री इस खबर पर कितना संज्ञान लेते हैं। मप्र सरकार आजकल में आईएएस अफसरों की तबादला सूची पर मुहर लगा सकती है। कहते हैं कि एक दर्जन कलेक्टरों को बदलने की योजना है ताकि पंचायत चुनावों पर जुटा जा सके।


इसे भी पढ़ें :-  थप्पड़ मारने वाली कलेक्टर को बचाने डीजीपी को हटा रहे मुख्यमंत्री कमलनाथः विष्णुदत्त शर्मा


कैसे पूरी होगी सरकार की मंशा-


शहडोल के इस मामले ने नौकरशाहों के मन मे शंकाएं उत्पन्न कर दी है। दबी जुबान से अफसर कहने लगे हैं कि यदि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि मिलावटखोरों और माफिया के खिलाफ अभियान चलाया जाए तो हम ईमानदारी से कार्य करने को तैयार हैं मगर माफिया के साथ मिलकर विधायक या कांग्रेस नेता हमारे खिलाफ खड़े होते हैं तो हमे पूरा संरक्षण मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दो टूक कह रखा है कि कलेक्टर माफिया राज को जड़ से मिटाने के अभियान में कोई कमी न बरतें लेकिन कांग्रेस के ही नेता भोपाल जाकर हमारी शिकायतें करते हैं। ऐसी स्थिति में हमारे मन मष्तिष्क पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इससे कार्य प्रभावित होने लगता है। कुलमिलाकर मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत दें कि सरकार के निर्णयों में साथ दें।


Popular posts
फर्जी पुलिस बन नौकरीपेशा महिलाओं से शादी का झांसा देने वाला आरोपी गिरफतार
Image
आयुक्त जनसंपर्क की नाक के नीचे माध्यम का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी निकला आईटी हेड आत्माराम शर्मा
Image
भविष्य की आहट : सीनाजोरी करने वालों को संरक्षण देने की मची होड़
Image
राहुल गांधी ने मानहानि मामले में सजा के खिलाफ सूरत कोर्ट में अर्जी की दाखिल
Image
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भर गया है भ्रष्टाचार का घड़ा, ईडी की चंगुल में आए आरपी सिंह, विनोद तिवारी, रामगोपाल अग्रवाल, विधायक देवेंद्र यादव और सन्नी अग्रवाल
Image