दैनिक भास्कर के सीनियर फोटोग्राफर और पत्नी पर फर्जी स्टाम्प और फर्जी अनुबंध धोखाधड़ी का मामला दर्ज
दैनिक भास्कर के सीनियर फोटोग्राफर और पत्नी पर फर्जी स्टाम्प और फर्जी अनुबंध धोखाधड़ी का मामला दर्ज

TOC NEWS @ www.tocnews.org


खबरों और जिले, तहसील की एजेंसी के लिये सम्पर्क करें : 98932 21036



दैनिक भास्कर का फोटोग्राफर संजय राठौर व पत्नी ने 15 लाख का फर्जी स्टाम्प तैयार कर विकलांग राजेन्द्र तिवारी को बनाया शिकार



 


जबलपुर। ओमती पुलिस ने फर्जी स्टांप मामले में 15 लाख की लेनदेन का अनुबंध दर्शाकर एक कथित व्यक्ति को ब्लैकमेल करने पर प्रेस फोटोग्राफर संजय राठौर, निशा राठौर सहित तीन के खिलाफ रविवार को धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा व साजिश रचने का प्रकरण दर्ज किया गया।


जांच अधिकारी एसआई सतीश झारिया के अनुसार चंद्रकाँचल अपार्टमेंट गढ़ा में रहने वाले निवासी राजेंद्र तिवारी का माढ़ोताल में एक प्लाट है। 15 जून 2007 को उसके फर्जी हस्ताक्षर से 50-50 रुपये के विक्रय अनुबंध पत्र नोटराइज कर बनाया गया अनुबंध पत्र में उक्त प्लाट के एवज में 15 लाख रुपए देना लार्डगंज कछियाना निवासी प्रेस फोटोग्राफर संजय राठौर की पत्नी निशा राठौर द्वारा दर्शाया गया।


संजय राठौर प्लाट की रजिस्ट्री करवाने के लिए निशक्त को करने लगा ब्लैकमेल, विकलांग राजेंद्र तिवारी ने पुलिस से की गिरफ्तारी की मांग



इसे भी पढ़ें :- इंस्पेक्टर की खाकी वर्दी पहनकर यह खूबसूरत हसीना झाड़ती थी रौब, नकली नोट छापने वाले गिरोह की मास्टर माइंड निकली, हुये चौकाने वाले ख़ुलासे


शिकायतकर्ता राजेन्द्र तिवारी का आरोप है कि उनके बीच इस तरह का कोई लेन देन हुआ ही नहीं है। अनुबंध के आधार पर दलाल संजय राठौर ब्लैकमेल कर रहा है। और 15 लाख रुपए लौटाने या प्लाट की रजिस्ट्री कराने का दबाव डाल रहा है। एस.आई. झारिया ने बताया कि अनुबंध के लिए स्टांप, वेंडर दिनेश चंद्र जैन से खरीदे थे, स्टांप का जो क्रमांक है वह 608147 और 630878 की जांच की गई तो पता चला कि, यह 10-10 रुपये वाले स्टांप का यह नंबर है और यह स्टांप सुरेश कुमार वर्मा और केडीएफ परमार के नाम से जारी हुआ है।





निक भास्कर का फोटोग्राफर संजय राठौर व पत्नी ने 15 लाख का फर्जी स्टाम्प तैयार कर विकलांग राजेन्द्र तिवारी को बनाया शिकार



 


इसे भी पढ़ें :- बुलबुल 5 मिनट में तैयार कर देती थी 3 नकली नाेट, खुद के नाम की जगह दूसरे का नाम जाेड़कर देती थी फर्जी अंकसूची


अनुबंध में जो स्टांप प्रयोग में लाया गया है वह किसी भी सरकारी रिकार्ड में दर्ज नहीं है।अथवा फर्जी है। अनुबंध पत्र में एक गवाह है संजय राठौर वहीं दूसरा गवाह राजकुमार तिवारी को बनाया गया। इस नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है। नोटरी शांति नगर निवासी रमेश कुमार दुबे द्वारा तैयार करना बताया गया है, जबकि उन्होंने अनुबंध पत्र निष्पादित करने की कोई भी बात से इनकार कर दिया है।


इसे भी पढ़ें :- नकली नोट गिरोह की मास्टर माइंड नकली सब इंस्पेक्टर खूबसूरत हसीना बुलबुल गिरफ्तार, पुलिस मांगेगी रिमांड खुलेंगे कई राज


Popular posts
उद्योग आमंत्रित करने में देर नहीं करना है, औद्योगिक भूमि तथा नीति परिदृश्य पर बैठक
Image
ट्रक यूनियन ने ट्रैफिक प्रभारी पूर्णिमा मिश्रा पर लगाए अवैध वसूली करने के आरोप
Image
मेथोडिस चर्च संस्थान के घोटालेबाज विशप एम. ए. डेनियल, मनीष एस गिडियन, एरिक पी. नाथ की अग्रिम जमानत की सुनवाई 4अप्रैल २०२३ को जबलपुर कोर्ट में हुई माननीय न्यायालय ने इन चिटरबाजों की जमानत निरस्त, जल्द जायेंगे गिरफ्तार होकर जेल
Image
डेलनपुर फंटे पर हुई आशीर्वाद फाइनेंस के एजेंट के साथ लूट का पुलिस ने किया खुलासा
Image
पर्यटन की संभावना के बावजूद रख-रखाव के अभाव में उपेक्षित शेरगढ़ का किला
Image