पूरे शहर में खुली दिखीं शराब की दुकानें, सुबह से सड़कें सूनी, बाजार खाली, मंदिर तक बंद, शाम 5 बजे लोगों ने शंख-घंटी और ताली के साथ थाली बजाई
पूरे शहर में खुली दिखीं शराब की दुकानें, सुबह से सड़कें सूनी, बाजार खाली, मंदिर तक बंद, शाम 5 बजे लोगों ने शंख-घंटी और ताली के साथ थाली बजाई

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ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा 8305895567



जनता कर्फ़्यू मे चालू रहेगा शराब का ठेका- बन्द रहेंगे केवल अहाते



नागदा जं.। औद्योगिक शहर नागदा मे पुलिस और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट दिखा, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू को सफल बनाने का आह्वान किया था जो पूर्णत: सफल रहा। पीएम मोदी ने 22 मार्च रविवार के दिन सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घरों से बाहर न निकलने का आह्वान किया था जो पूर्णतह सफल रहा । स्वतंत्र भारत मे संभवतः पहली बार यह स्थिति निर्मित हुई है।


पीएम मोदी ने कहा था की 22 मार्च को सिर्फ जीवन उपयोगी वस्तुवो की दुकाने खुली रखी जाये ओर कोरोना के संक्रमण से बचा जाये किन्तु शराब की दुकाने खुली रही । इस बात से प्रशासन को कोई फर्क नही पड़ता की इस बंद मे शराब दुकान क्यो खुली रही। यह सोच का विषय है।


शहर में आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगाें के अलावा लगभग सभी विभागों के कर्मचारियों की छुट्टी घोषित


जनता कर्फ्यू का व्यापक असर देखने को मिला है। सुबह से यहां हाईवे, सड़कें, बाजार, सब्जी मंडी में सन्नाटा दिखा । मंदिरों में भी ताले लगे हैं। लेकिन, सुबह से पूरे शहर में शराब की दुकानें खुली रहीं। शहर में पेट्रोल पंप पर कम ही लोग पहुंचे। शाम 5 बजे लोगों ने कोरोना से फाइट के लिए घरों की बालकनी और दरवाजे पर खड़े होकर शंख-घंटी और ताली के साथ थाली बजाई।


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शहर में अभी तक कोरोना वायरस के एक भी संक्रमित मरीज नही मिले है जो संतोष जनक हैं। परंतु ऐसे में लोग पूरी तरह ऐहतियात बरत रहे हैं। जिले भर में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा लगभग सभी कर्मचारियों की छुट्टी की गई है।


राजनैतिक दलों ने भी किया जनता कर्फ्यू का समर्थन


इसके साथ-साथ भाजपा पुर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत ने भी इसमें जनता को सहयोग करने के लिए कहा था। हालांकि कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता ने सामने आकर जनता कर्फ्यू का समर्थन नहीं किया लेकिन पर्दे के पीछे से वे सहमति देते नजर आए।


शहर में हर किसी ने किया जनता कर्फ्यू का स्वागत


प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम दिए गए संदेश के बाद से ही जनता कर्फ्यू की चर्चा होने लगी थी। शहर में बड़ी संख्या में सामाजिक संगठनों ने आगे आकर इसका समर्थन किया और लोगों को मास्क भी वितरित किए। जिले में किसी भी जगह जनता कर्फ्यू का विरोध नहीं हुआ। प्रदेश में हर किसी की जुबान पर किसी भी तरह इस बीमारी को हराने की चर्चा है। वही नागदा के उद्योगो मे भी इस बिमारी से बचाव के कई इंतजाम किये जा रहे है ग्रेसिम उद्योग ने अपने सभी वर्करो को मास्क पहने की हिदायत दे रखी है आम जन को जागरुक करने हेतू बेनर लगाकर वाहनो के द्वारा जानकारी दी जा रही है एव बचाव व सुरक्षा के लिये जागरुक किया जा रहा है।


बिना कर्फ्यू के भीड़-भाड़ वाली जगह हुई खाली


जनता कर्फ्यू से एक दिन पहले ही शनिवार को इसका असर देखने को मिला था। बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ सब्जी मंडियों में पहुंच गई थी।वही किराने की दुकानो पर भी अपनी जरुरत का सामान लेते हुवे लोग दिखाई दे रहे थे।दुकानो पर भिड़ देखने को मिली थी। शनिवार को भी सब्जी मंडियों में खासी भीड़ रही। लोगों ने रविवार को सब्जी मंडी बंद होने के चलते काफी खरीदारी की।


बसे बंद, रेल बंद, टैक्सी व अन्य ट्रांसपोर्ट भी बंद


जनता कर्फ्यू के चलते बसो को 22 मार्च को बंद करने के निर्देश दे दिए थे। इसी तरह रेलवे ने भी पूरी तरह से रेल यातायात को बंद कर दिया है।
प्राइवेट बस संचालकों ने भी बसें न चलाने का फैसला ले रखा है।


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